या लेखात आपण Hanuman Chalisa Lyrics Pdf बद्दल जाणून घेणार आहोत, त्या अगोदर श्री हनुमान बद्दल थोडी माहिती घेऊ या.
जय श्री हनुमान हे हिंदू पौराणिक कथांमधील एक आदरणीय व्यक्तिमत्त्व आहे आणि भारतीय महाकाव्य, रामायणमधील एक मध्यवर्ती पात्र आहे. ते एक दैवी वानर रूप आहे आणि भगवान विष्णूचा अवतार असलेल्या रामावरील त्याच्या अटल भक्तीसाठी ओळखले जातात.
रामायणानुसार, दैत्य राजा रावणाने अपहरण केलेल्या भगवान रामाची पत्नी सीतेच्या सुटकेमध्ये हनुमानाची महत्त्वपूर्ण भूमिका होती. आपल्या विलक्षण सामर्थ्याने, चपळाईने आणि बुद्धिमत्तेच्या जोरावर हनुमानाने सीतेच्या शोधात वानर आणि अस्वलांच्या टीमचे नेतृत्व केले.
रामायणातील सर्वात सुप्रसिद्ध भागांपैकी एक म्हणजे हनुमानाने सीतेला शोधण्यासाठी भारताच्या दक्षिणेकडील टोकापासून लंका बेटापर्यंत (सध्याचे श्रीलंका) महासागर ओलांडून केलेली झेप. हे प्रभावी पराक्रम भगवान रामावरील त्यांची अतुलनीय भक्ती आणि निष्ठेचे प्रतीक आहे.
हनुमानाची भक्ती आणि शहाणपणाने त्यांना हिंदू संस्कृतीत धैर्य, निस्वार्थीपणा आणि भक्तीचे प्रतीक बनवले आहे. जगभरातील लाखो हिंदू त्यांची पूजा करतात आणि त्यांना समर्पित मंदिरे भारतीय उपखंडात आणि त्यापलीकडेही आढळू शकतात.
कला आणि साहित्यात, हनुमानाला अनेकदा माकडाचा चेहरा, मजबूत मांसल शरीर आणि हातात गदा असे चित्रित केले जाते. त्यांना अंजनेय, मारुती आणि बजरंगबली यांसारख्या इतर नावांनी देखील ओळखले जाते.
हिंदू धर्मातील त्याच्या महत्त्वाव्यतिरिक्त, हनुमानाच्या कथेने विविध संस्कृती आणि पार्श्वभूमीच्या लोकांना देखील प्रेरणा दिली आहे, त्याच्या पात्राचे कालातीत आवाहन आणि सार्वत्रिकता स्पष्ट करते.
Shri Hanuman Chalisa
॥ श्री हनुमान चालीसा ॥
॥ दोहा॥
श्रीगुरु चरन सरोज रज
निज मनु मुकुरु सुधारि ।
बरनउँ रघुबर बिमल जसु
जो दायकु फल चारि ॥बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।
बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।।॥ चौपाई ॥
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर ।
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥ राम दूत अतुलित बल धामा ।
अंजनि पुत्र पवनसुत नामा ॥ महाबीर बिक्रम बजरंगी ।
कुमति निवार सुमति के संगी ॥ कंचन बरन बिराज सुबेसा ।
कानन कुण्डल कुँचित केसा ॥४हाथ बज्र अरु ध्वजा बिराजै ।
काँधे मूँज जनेउ साजै ॥ शंकर स्वयं/सुवन केसरी नंदन ।
तेज प्रताप महा जगवंदन ॥ बिद्यावान गुनी अति चातुर ।
राम काज करिबे को आतुर ॥ प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया ।
राम लखन सीता मन बसिया ॥८सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा ।
बिकट रूप धरि लंक जरावा ॥ भीम रूप धरि असुर सँहारे ।
रामचन्द्र के काज सँवारे ॥ लाय सजीवन लखन जियाए ।
श्री रघुबीर हरषि उर लाये ॥ रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई ।
तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई ॥१२सहस बदन तुम्हरो जस गावैं ।
अस कहि श्रीपति कण्ठ लगावैं ॥ सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा ।
नारद सारद सहित अहीसा ॥ जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते ।
कबि कोबिद कहि सके कहाँ ते ॥ तुम उपकार सुग्रीवहिं कीह्ना ।
राम मिलाय राज पद दीह्ना ॥१६तुम्हरो मंत्र बिभीषण माना ।
लंकेश्वर भए सब जग जाना ॥ जुग सहस्त्र जोजन पर भानु ।
लील्यो ताहि मधुर फल जानू ॥ प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं ।
जलधि लाँघि गये अचरज नाहीं ॥ दुर्गम काज जगत के जेते ।
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते ॥२०राम दुआरे तुम रखवारे ।
होत न आज्ञा बिनु पैसारे ॥ सब सुख लहै तुम्हारी सरना ।
तुम रक्षक काहू को डरना ॥ आपन तेज सम्हारो आपै ।
तीनों लोक हाँक तै काँपै ॥ भूत पिशाच निकट नहिं आवै ।
महावीर जब नाम सुनावै ॥२४नासै रोग हरै सब पीरा ।
जपत निरंतर हनुमत बीरा ॥ संकट तै हनुमान छुडावै ।
मन क्रम बचन ध्यान जो लावै ॥ सब पर राम तपस्वी राजा ।
तिनके काज सकल तुम साजा ॥ और मनोरथ जो कोई लावै ।
सोई अमित जीवन फल पावै ॥२८चारों जुग परताप तुम्हारा ।
है परसिद्ध जगत उजियारा ॥ साधु सन्त के तुम रखवारे ।
असुर निकंदन राम दुलारे ॥ अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता ।
अस बर दीन जानकी माता ॥ राम रसायन तुम्हरे पासा ।
सदा रहो रघुपति के दासा ॥३२तुम्हरे भजन राम को पावै ।
जनम जनम के दुख बिसरावै ॥ अंतकाल रघुवरपुर जाई ।
जहाँ जन्म हरिभक्त कहाई ॥ और देवता चित्त ना धरई ।
हनुमत सेइ सर्ब सुख करई ॥ संकट कटै मिटै सब पीरा ।
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा ॥३६जै जै जै हनुमान गोसाईं ।
कृपा करहु गुरुदेव की नाईं ॥ जो सत बार पाठ कर कोई ।
छूटहि बंदि महा सुख होई ॥ जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा ।
होय सिद्धि साखी गौरीसा ॥ तुलसीदास सदा हरि चेरा ।
कीजै नाथ हृदय मह डेरा ॥४०॥ दोहा ॥
पवन तनय संकट हरन,
मंगल मूरति रूप ।
राम लखन सीता सहित,
हृदय बसहु सुर भूप ॥
श्री हनुमान चालीसा Lyrics in Hindi PDF । Shri Hanuman Chalisa Hindi PDF Download
Shri Hanuman Chalisa Lyrics in English (Text)
Doha
Shri Guru Charan Saroj raj Neeja manu Mukura sudhari
Baranau Raghuvar Beemal Jasu Jo Dayaku Phala Chari
Buddhiheen Tanu Jannike Sumiro Pavan Kumara
Bal Buddhi Vidya Dehoo Mohee Harahu Kalesh Vikaar
Chaupaii
Jai Hanuman Gyan Gun Sagar
Jai Kapees Tihoon Lok Ujagar
Ram Doot Atulit Bal Dhama
Anjani putra Pawan Soot Nama
Mahabeer Vikram Bajrangi
Kumati Neevar Sumati Ke sangee
Kanchan Varan Viraj subesa
Kanan Kundal Kunchit Kesha ||4||
Haath Vajra Aur Dhwaja Viraje
Kaandhe moonj Janeu Saaje
Sankar suvan kesari Nandan
Tej Pratap Maha jag vandan
Vidyavan Guni ati chatur
Ram kaaj karibe ko aatur
Prabhu Charitra sunibe ko Rasiya
Ram Lakhan Seeta man Basiya ||8||
Sukshma Rup dhari Siyahi dikhava
Vikat Rup dhari lank jalava
Bheem Rup dhari asur sanhare
Ramachandra ke kaj sanvare
Laye Sanjeevan Lakhan Jiyaye
Shri Raghuveer Harashi ur laye
Raghupati Kinhi bahut badai
Tum mama priya Bharat-hi-sam bhai ||12||
Sahas badan tumharo yash gaave
As kahi Shreepati kanth lagaave
Sankadhik Brahmaadi Muneesa
Narad Sarad sahit Aheesa
Yam Kuber Dikpaal Jahan te
Kavi kovid kahi sake kahan te
Tum upkar Sugrivahin keenha
Ram milaye rajpad dinha ||16||
Tumhro mantra Vibhishan maana
Lankeshwar Bhaye Sab jag jana
Yug sahasra yojan par Bhanu
Leelyo tahi madhur phal januu
Prabhu mudrika meli mukh mahee
Jaladhi langhi gaye achraj nahee
Durgam kaj jagat ke jete
Sugam anugraha tumhre tete ||20||
Ram duwaare tum rakhvare
Hot na agya binu paisare
Sab sukh lahai tumhari sarna
Tum rakshak kahu ko darna
Aapan tej samharo aapai
Teenon lok hank te kanpai
Bhoot pisaach Nikat nahin aavai
Mahavir jab naam sunavai ||24||
Nase rog harae sab peera
Japat nirantar Hanumat beera
Sankat se Hanuman chhudavai
Man Kram Vachan dhyan jo lavai
Sab par Ram tapasvee raja
Tin ke kaj sakal Tum saja
Aur manorath jo koi lavai
Soi amit jeevan phal pavai ||28||
Charon jug partap tumhara
Hai parsiddh jagat ujiyara
Sadhu Sant ke tum Rakhware
Asur nikandan Ram dulare
Ashta siddhi nav nidhi ke data
As var deen Janki mata
Ram rasayan tumhare pasa
Sada raho Raghupati ke dasa ||32||
Tumhare bhajan Ram ko pavai
Janam janam ke dukh bisraavai
Antkaal Raghuvar pur jayee
Jahan janam Hari Bhakt Kahayee
Aur Devta Chitt na dharahin
Hanumat sei sarv sukh karahin
Sankat kate mite sab peera
Jo sumirai Hanumat Balbeera ||36||
Jay Jay Jay Hanuman Gosain
Kripa Karahun Gurudev ki nayin
Jo shat bar path kare koi
Chhutahin bandi maha sukh hoi
Jo yeh padhe Hanuman Chalisa
Hoye siddhi saakhi Gaureesa
Tulsidas sada hari chera
Keejai Nath Hriday mahn dera ||40||
Doha
Pavan Tanay Sankat Harana Mangala Murati Roop
Ram Lakhan Sita Sahita Hriday Basahu Soor Bhoop
Hanuman Aarti Lyrics Hindi
आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥
जाके बल से गिरिवर कांपे। रोग दोष जाके निकट न झांके॥
अंजनि पुत्र महा बलदाई। सन्तन के प्रभु सदा सहाई॥
आरती कीजै हनुमान लला की।
दे बीरा रघुनाथ पठाए। लंका जारि सिया सुधि लाए॥
लंका सो कोट समुद्र-सी खाई। जात पवनसुत बार न लाई॥
आरती कीजै हनुमान लला की।
लंका जारि असुर संहारे। सियारामजी के काज सवारे॥
लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे। आनि संजीवन प्राण उबारे॥
आरती कीजै हनुमान लला की।
पैठि पाताल तोरि जम-कारे। अहिरावण की भुजा उखारे॥
बाएं भुजा असुरदल मारे। दाहिने भुजा संतजन तारे॥
आरती कीजै हनुमान लला की।
सुर नर मुनि आरती उतारें। जय जय जय हनुमान उचारें॥
कंचन थार कपूर लौ छाई। आरती करत अंजना माई॥
आरती कीजै हनुमान लला की।
जो हनुमानजी की आरती गावे। बसि बैकुण्ठ परम पद पावे॥
आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥
मित्रांनो आम्हाला आशा आहे कि तुम्हाला Hanuman Chalisa lyrics in Marathi या लेखामधून तुम्हाला हनुमान चालीसा अजून चांगल्या रित्या समजायला मदत झाली असेल. तसेच आम्ही Hanuman chalisa in marathi pdf फाईल सुद्धा उपलब्ध करून दिली आहे. ती तुम्ही अगदी मोफत डाउनलोड करू शकता.
हे देखील बघा श्री गणेश आरती । Shri Ganesh Aarti